एक नहीं अब पांच गांवों की चमकेगी किस्मत
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : जिले में एक नहीं, बल्कि हर तहसील से एक-एक गांव का चयन ई-विलेज के रूप में होगा। धनीपुर ब्लॉक में भूरा किशनगढ़ी (तहसील कोल) का चयन पहले ही हो चुका है। गभाना और खैर के एसडीएम ने सूची भेज दी है।
क्या है 'ई-विलेज'
सेंटर फॉर ई-गवर्नेस (सीईजी) ने राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा था। इसके तहत प्रदेश के सभी जिलों से एक-एक गांव का चयन होना था। ये गांव ऐसे हो सकते हैं, जहां बेहतर कनेक्टिविटी हो, इंटरनेट की उपलब्धता आसान हो, साक्षरता दर अच्छी हो, अधिक से अधिक लैपटॉप पाने वाले छात्र हों आदि। इसके लिए डिस्ट्रिक्ट ई-गवर्नेस सोसायटी है। इसमें 12 अफसरों को स्थान मिला है। इसके अध्यक्ष डीएम, सचिव व नोडल अफसर एडीएम प्रशासन, सीडीओ, डीपीआरओ, बीएसएनएल के जीएम आदि को रखा गया है। इन्हीं पर 'ई-विलेज' चयन की जिम्मेदारी है। चयन होने के बाद पूरे गांव के लोगों का डेटा बेस तैयार होगा। इसे ऑनलाइन कर दिया जाएगा। गांव में ही बायोमीट्रिक मशीन लगा दी जाएगी। इसमें 'थंब इप्रेशन' लेकर डेटाबेस तैयार होगा। तहसील कोल में भूरा किशनगढ़ी का चयन तो हो गया है। डीएम अभिषेक प्रकाश की मंशा है कि हर तहसील में एक गांव ई-विलेज होना चाहिए। खैर से हरसुख की नगरिया, बैजना व कमालपुर का नाम आया है। गभाना से पनिहावर गांव को सूची में जगह मिली है। शेष तहसीलों से सूची आनी बाकी है।
जानकारी होगी ऑनलाइन
ऑनलाइन कंप्यूटर में 'ई-विलेज' की पूरी कुंडली होगी। इस गांव से कोई भी किसी भी तरह के प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करेगा तो उसे एक घंटे के अंदर वह प्रमाण पत्र मुहैया कराया जाएगा। प्रमाण पत्र के लिए जैसे ही आवेदक अपना 'थंब इप्रेशन' गांव में लगे बायोमीट्रिक मशीन में देगा, उसका खाका सामने आ जाएगा। इसमें उसका पूरा पता, राशन कार्ड नंबर, वोटर आइडी सामने होगा। फौरन उसे प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाएगा।
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शुरू होगा डिजिटलाइजेशन
धनीपुर के गांव भूरा किशनगढ़ी का सर्वे हो चुका है। ई-मित्रा एटी इनफोटेक प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारियों ने जो आंकड़े जुटाए, उसका सत्यापन चल रहा है। गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में इसके लिए कार्यालय खोला गया है। लेखपाल व पंचायत सचिव शुक्रवार को सत्यापन का काम खत्म कर लेंगे। एक अगस्त से आंकड़ों के डिजिटलाइजेशन का काम शुरू होगा। इसका सॉफ्टवेयर भी प्राप्त हो चुका है। कर्मचारियों ने एक-एक घर जाकर पूरा विवरण जुटाया है। 2011 में हुई जनगणना के अनुसार भूरा किशनगढ़ी की आबादी 1077 थी। अब हुए सर्वे में आंकड़ा 1227 तक पहुंच गया है। गभाना के पनिहावर में भी एक-दो दिनों में सर्वे का काम शुरू हो जाएगा।
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प्रदेश में अलीगढ़ पहला ऐसा जिला है, जिसने ई-विलेज के लिए एक गांव का चयन कर लिया और काम भी शुरू हो गया है। एक-दो दिन में डिजिटलाइजेशन का भी काम शुरू हो जाएगा। डीएम साहब ने अपने स्तर से हर तहसील में एक-एक गांव का चयन करने को कहा था, ताकि इन गांवों में भी ई-विलेज को मिलने वाली सुविधाएं मुहैया कराई जा सकें।
-संजय चौहान, एडीएम प्रशासन
ई-विलेज की सारी सुविधाएं मुहैया कराने की जिम्मेदारी मेरी कंपनी को मिली है। धनीपुर के गांव में कार्यालय भी खोला जा चुका है। गभाना तहसील के गांव में एक-दो दिनों में काम शुरू हो जाएगा। एसएसडीजी के तहत मिलने वाली सुविधाएं इन गांवों में उपलब्ध होंगी।
-अनिल तोमर, डायरेक्टर, ई-मित्रा एटी इनफोटेक प्राइवेट लिमिटेड
जल्द ही सेवा शुरू हो जाएगी। इससे जनता को बहुत फायदा होगा। कम समय में कई तरह की सुविधाएं एक ही काउंटर पर उपलब्ध होंगी। रेलवे का रिजर्वेशन हो या असलहा का लाइसेंस, ये सारी चीजें सीधे ऑनलाइन व्यवस्थाओं से जुड़ेंगी।
-मनोज कुमार राजपूत, मैनेजर, ई-डिस्ट्रिक्ट
--राजेश--